Verse ऐ जिंदगी…कभी तो मेरे पापा जैसी बन के दिखा… 12 Feb 2023 ऐ जिंदगी जो मांगू मैं …दे दिया करकभी तो मेरे पापा जैसी बन के दिखा… जो मैं हसूं खिलखिलाकरकभी तो तू भी मेरी खुशी में खुश हो जा.. जो मैं…
EVENT मेरी कलम से… (Poetry Writing Contest) 10 Jan 202230 Jan 2022 The Indradanush is organizing Poetry Writing Contest. Think of a positive word or phrase and write a poetry on it like hope, happiness, freedom, peace, etc. आप किसी भी सकारात्मक…
Divine “आदमी की औकात” – दिवंगत जैन मुनि तरुण सागर जी द्वारा रचित कविता 10 Jul 202110 Jul 2021 फिर घमंड कैसाघी का एक लोटा,लकड़ियों का ढेर,कुछ मिनटों में राख…..बस इतनी-सी हैआदमी की औकात !!!! एक बूढ़ा बाप शाम को मर गया,अपनी सारी ज़िन्दगी,परिवार के नाम कर गया,कहीं रोने…
Blogs पापा मैं छोटी से बड़ी हो गई…. 12 Jun 202112 Jun 2021 पापा मैं छोटी से बड़ी हो गई वो नन्ही सी गुड़ियादादी की काजू की डिबियावो परियों की कहानीसपनों की संदूकदानीना जाने कहाँ खो गईपापा मैं छोटी से बड़ी हो गई....…
Verse कोशिश जारी है…. 24 May 202124 May 2021 सपने भले ही न हो अब पर,उम्मीदें बहुत सारी हैंउम्र के इस चौथे दशक में भी,रिश्तों को सवारने की कोशिश जारी है... सब हैं गुड़ से मीठे,फिर भी जिंदगी खारी…
Kavyavaani नव वर्ष 4 Jan 20214 Jan 2021 ख़ामोशी ना लेकर आए, विरह ना सताए इस सालभूख को पानी से मार, सोना ना पड़े इस सालइश्क बंद कमरे से आज़ाद हो जाए इस सालनाम अपना गगन में लहरा…
Kavyavaani एक गुज़ारिश 3 Jan 20214 Jan 2021 हम हारते कैसे नहींजहाँ जज बनकर वक़्त बैठा होऔर वकील बनकर नसीब,वहाँ हार तो निश्चित थी ।जानते हो ना !ऐसी अदालत में नियतिबड़े-बड़े हथकण्डे अपनाती हैफ़िर उस अदालत सेखाली हाथ…
Kavyavaani देश का सौरभ रहो तुम, देश का गौरव बनो तुम 3 Jan 20214 Jan 2021 देश का सौरभ रहो तुम, देश का गौरव बनो तुम,आधुनिक तकनीक थामे, देश के प्रहरी बनो तुम .देश का सौरभ रहो तुम………….. अपना निहत्था वीर इकला, कितनी, गर्दनो को तोड़ता…
Kavyavaani ए ज़िन्दगी 3 Jan 20214 Jan 2021 ऐ ज़िन्दगीक्यों हर पल अपने बदले रंग दिखाती होबहुत खुश है हम पर क्यों हर पल गम को रेस में जिता जाती होमाना कि खुश रहना बेशक हर कोई चाहता…
Kavyavaani तब तकलीफ होती है.. 3 Jan 20214 Jan 2021 जब अपने, आंखों के सामनेहोते हुए भी दूर हो जाते हैंतब तकलीफ होती है जब प्यार की जगहपैसों की कीमत बढ़ जाती हैतब तकलीफ होती है जब रिश्तो की खनक…