जिन्दगी का सफ़र

कदर करो जिन्दगी कीजिन्दगी नही मिलेगी दुबाराक्या खोया,क्या पायाये जिन्दगी मे कोई नही जान पायाजिन्दगी मे चलते-चलतेथक ना जाना दोस्तोकदर करो इस जिन्दगी कीथाम लो हाथ जिन्दगी का दोस्तोदोस्तो जिन्दगी…

थक गई हूँ …. पर हारी नहीं हूँ मैं….

जमानें के तानों से..बेबुनियाद इल्ज़ामों से..बीते हुए अफ़सानो से..थक गई हूँ ….पर हारी नहीं हूँ मैं.. बेवज़ह नफ़रतों से …मतलबी जरूरतों से..एक तरफ़ा समझोतों से...थक गई हूँ ….पर हारी नहीं…