Divine “आदमी की औकात” – दिवंगत जैन मुनि तरुण सागर जी द्वारा रचित कविता 10 Jul 202110 Jul 2021 फिर घमंड कैसाघी का एक लोटा,लकड़ियों का ढेर,कुछ मिनटों में राख…..बस इतनी-सी हैआदमी की औकात !!!! एक बूढ़ा बाप शाम को मर गया,अपनी सारी ज़िन्दगी,परिवार के नाम कर गया,कहीं रोने…
Divine… मन के हारे हार है.. मन के जीते जीत.. 25 May 202125 May 2021 मन के हारे हार है मन के जीते जीत ।कहे कबीर हरि पाइए मन ही की परतीत ॥ एक बार एक चिड़िया अपने बच्चों के साथ समुन्द्र के किनारे दाना…
Divine मकर संक्रांति 14 Jan 202114 Jan 2021 शास्त्रों के अनुसार दक्षिणायन को देवताओं को रात्रि अर्थात नकारात्मकता का प्रतीक तथा उत्तरायण को देवताओं का दिन अर्थात सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। मकर संक्रान्ति से सूर्य दक्षिणी…
Divine धनतेरस– प्रथा और कथा 12 Nov 202012 Nov 2020 समुन्द्र मंथन के समय कार्तिक माह के त्रयोदशी के दिन भगवान् धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे , इसलिए इस दिन को धनतेरस के नाम से जाना जाता है।…
Divine जय माता दी 17 Oct 202017 Oct 2020 प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी।तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम्।।पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्।।नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा: प्रकीर्तिता:।उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना:।। आप सभी को नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ....।…
Divine लक्ष्मी माता 2 Sep 20205 Sep 2020 लक्ष्मी का अर्थ है- ' लक्ष्य तक पहुंचाने वाली देवी '| पुराणों में लक्ष्मी जी के दो रूप माने जाते हैं - श्रीरूप और लक्ष्मी रूप | श्रीरूप में वे…
Divine भगवती तुलसी 31 Aug 20202 Sep 2020 भागवत पुराण के अनुसार एक बार भगवान शिव ने अपने तेज को समुंद्र में फेंक दिया था ,उससे एक महा तेजस्वी बालक का जन्म हुआ जो आगे चलकर दानव राज जलंधर…
Divine गणपति बप्पा मोरया 27 Aug 20206 Oct 2020 वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ गणेश जी की मुड़ी हुई सूंड के कारण उन्हें वक्रतुण्ड भी कहा जाता है | गणेश जी की सूंड या तो…
Divine दशलक्षण और दशानन 25 Aug 202012 Sep 2021 दशानन - दस सिरों वाला- रावण बुद्धिमता और शक्तियों का स्वामी था, परन्तु वह घृणा, अहंकार, कपट, ईर्ष्या, भय, क्रोध, असंवेदनशीलता, लोभ, मोह और वासना जैसी नकारात्मक भावनाओं से ग्रस्त…
Divine गायत्री मंत्र 23 Aug 20201 Sep 2020 ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि ।धियो यो न:प्रचोदयात् ।। गायत्री मंत्र की उत्पत्ति कैसे हुई आइये जानें ..महर्षि राजा गाधि के पुत्र विश्र्वामित्र ब्रह्मतेज अर्जित करने के लिए…