ऐ जिंदगी जो मांगू मैं …दे दिया कर
कभी तो मेरे पापा जैसी बन के दिखा…
जो मैं हसूं खिलखिलाकर
कभी तो तू भी मेरी खुशी में खुश हो जा..
जो मैं हासिल करूं कुछ अपने दम पर
कभी तो तू भी मेरी पीठ थपथपा
कभी तो मेरे पापा जैसी बन के दिखा…
जो मैं थक जाऊं
कभी तो तू भी मेरा माथा सहला
जो मैं हूं उदास
कभी तो पूछ मुझसे तुझे क्या चाहिए बता
कभी तो मेरे पापा जैसी बन के दिखा…
कभी तो बैठ मेरे पास दो पल
कुछ मेरी सुन कुछ अपनी सुना…
हमेशा मेरी गलतियों से सिखाती है मुझे
कभी तो अपने तजुर्बों से भी कुछ सिखा…
कभी तो मेरे पापा जैसी बन के दिखा…