ईश्वर ने बनाया सिर्फ इंसान
फिर इंसान ने बनाई एक चीज़ महान
अनमोल नहीं कुछ इसके जैसा…
इसको सब कहते हैं पैसा
इसी पैसे से सबकी होती पहचान
कोई माँगे भीख ,कोई करता दान
रिश्ते नाते सब हुए बेईमान
जितना पैसा… उतना सम्मान
हर तरफ मिलता सामान
सोशल मीडिया भी अब बने दुकान
क्या होता जो पैसा न होता
न कोई अनपढ़ होता, न कोई भूखा सोता
न होती जमीन जायदाद
न होते वाद विवाद
पर जो इतनी आसानी से मिल जाती हर चीज़
न रहती कोई इच्छा ,न जीवन में कोई उम्मीद
सदियों से ये दस्तूर चला आया
इंसान का जीवन इस पैसे ने चलाया
जब तक पैसे का स्थान आपकी जेब में रहेगा तब तक वह आपका सेवक रहेगा, परन्तु
जिस दिन इसने अपना स्थान आपके दिमाग में बना लिया ये स्वामी बनकर आपका नेतृत्व करेगा
इसलिए कहा गया है –
“Money is a good servant but a bad master”